‘प्यार दोस्ती कगार पर है’ पुस्तक का विमोचन हुआ
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (पत्रकार रामलाल रैगर) l अखिल भारतीय साहित्य सुधा मंच तथा क्रिएशन ग्रुप आफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में मासिक काव्य गोष्ठी का आयोजन वरिष्ठ साहित्यकार परमानंद भारती के आवास सम्पन्न हुआ। जिसमे मुख्य अतिथि कल्याण सिंह चौहान तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता राजाराम गूजरने की l
सर्वप्रथम गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे राजाराम गूजर तथा मुख्य अतिथि कल्याण सिंह चौहान द्वारा सरस्वती का पूजा अर्चन किया गया । सरस्वती वन्दना धनीराम समर्थ द्वारा पढ़ी गई । नगर के वरिष्ठ रचनाकार कृष्ण सिंह हाड़ा की इक्कीसवीं प्रकाशित पुस्तक ‘प्यार दोस्ती कगार पर है’ का विमोचन अतिथियों और साहित्यकारों द्वारा किया गया ।
काव्यगोष्ठी की शुरुआत बालकवि गोतम पाटीदार की कविता है सपना दिल में,,,से हुई । वरिष्ठ साहित्यकार कृष्ण सिंह हाड़ा ने अपनी प्रकाशित पुस्तक से कुछ ताजातरीन रचनाएं सुनाई । नगर के वरिष्ठ गजलकार धनीराम समर्थ ने अपनी रचना जीते जी पूछे नहीं करें मृत्यु पर भोज सुना कर सामाजिक व्यवस्था पर कड़ा प्रहार किया । चेतन्य जी चेतन ने तेरे मेरे नैना,,,,,गीत की शानदार प्रस्तुति देकर सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया ।
वयोवृद्ध कवि जगदीश नारायण सोनी ने पितृ दिवस को रेखांकित करती घर सजता है मात पिता की मुस्कानों से ,,,, जैसी सारगर्भित रचना सुनाई । पंकज खण्डेलवाल ने वृन्दावन के कृष्ण कन्हैया,,, सुनाकर श्रोताओं को वाह-वाह कहने को विवश कर दिया । संगीतकार सौरभ सोनी ने वीर रस की रचना हम रहे न रहे यह हिन्दूस्थान रहना चाहिए,,,सुनाकर श्रोताओं में देशभक्ति की भावना को जागृत कर दिया । सिंगर असलम खान असलम और अदनान खान ने भी मधुर स्वर में अपनी उपस्थिति को दर्ज करवाया । काव्यगोष्ठी के मुख्य अतिथि मुरेना से पधारे कल्याण सिंह चौहान ने अपनी हास्य कविताऔ से सभी को गुदगुदाकर हंसने को मजबूर कर दिया ।
अंत में गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे श्री राजाराम जी गूजर द्वारा गांधी जी को संबोधित करते हुए अपनी पुरानी रचना भारत का स्वर्ग कश्मीर,,,,,के माध्यम से देश की यथार्थ स्थिति का सटीक वर्णन प्रस्तुत किया । हरिओम गूजर ने भी उपस्थित होकर गोष्ठी को गरिमा प्रदान की । गोष्ठी का सफल संचालन परमानंद भारती द्वारा किया गया, और अंत में उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया ।