‘वित्तीय सशक्तिकरण ही समृद्धि का आधार’ अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह अमृतसर में सम्पन्न
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर के हिंदी-विभाग और गोपाल किरन समाज सेवी संस्था, ग्वालियर के संयुक्त तत्वाधान में रविवार 18 अगस्त, 2024 को गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर के परिसर में स्थित गुरु नानक भवन के कॉन्फ्रेंस हॉल में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी ‘वित्तीय सशक्तिकरण ही समृद्धि का आधार’ एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया l इस कार्यक्रम में अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाने वाली 71 प्रतिभाओं को अतिथिओं द्वारा सम्मानित किया गया l कार्यक्रम का खूबसूरत मंच संचालन बबीता जवेरी,असम ने किया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ० बी.पी. अशोक (IPS), व मुख्य वक्ता सूर्यकांत शर्मा (वरिष्ठ सलाहकार) पूर्व डीजीएम सेबी व अति विशिष्ट अतिथि श्रीमती रमा शर्मा,(टोक्यो जापान), पद्मश्री प्रोफेसर डॉ हरमोहिंदर सिंह बेदी, (चांसलर, हिमाचल प्रदेश), पुलिस महानिरीक्षक अशोक गोयल, (आईपीएस), विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर डॉ. दिवाकर दिनेश एस गोंड, (गोधरा गुजरात), लायन शफीकुल आज़म भुइयां (ढाका बांग्लादेश), श्रीमती अतिला कोतलावल, (कोलंबो, श्रीलंका), नरेश मोदगिल, चेयरमैन, लोक अदालत (पीयूएस), अमृतसर, विपिन कुमार राणा (चीफ रिपोर्टर, दैनिक जागरण अमृतसर), मोहन सिंह, (भोपाल) मौजूद रहे l कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीप्रकाश सिंह निमराजे ने की l
मुख्य अतिथि डॉ. बी.पी. अशोक, आईपीएस (पुलिस अधीक्षक, लखनऊ) ने ‘शिक्षा का आधुनिकीकरण और राष्ट्र निर्माण’ विषय पर अपना महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया। मुख्य वक्ता सूर्यकांत शर्मा (सीनियर कंसलटेंट, पूर्व डीजीएम, सेबी,भारत सरकार, नयी दिल्ली) ने अपने आनलाइन वक्तव्य में वित्तीय जागरूकता के विभिन्न पहलूओं पर विस्तार से बात रखी। श्रीप्रकाश सिंह निमराजे (अध्यक्ष, गोपाल किरन समाज सेवी संस्था, ग्वालियर) ने अपने वक्तव्य में जीवन में निवेश के महत्व और माध्यमों पर चर्चा की। बांग्लादेश से शफीकुल आज़म भुइयां ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर आनलाइन जुड़कर अपना वक्तव्य दिया। जापान के टोक्यो से विशेष तौर पर पधारी श्रीमती रमा शर्मा ने बतौर अति विशिष्ट अतिथि हिंदी साहित्य के अद्यानूतन चिंतन बिंदुओं पर सारगर्भित वक्तव्य दिया। मध्य प्रदेश शासन के अंतर्गत मानवाधिकार आयोग भोपाल के पुलिस महानिरीक्षक अशोक गोयल, (आईपीएस) ने आनलाइन मानवाधिकारों पर महत्वपूर्ण जानकारी दी और प्रतिभागियों के प्रश्नों के उत्तर दिए।
संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता पद्मश्री हरमहेंद्र सिंह बेदी, चांसलर, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला ने की। संगोष्ठी के प्रारंभ में सभी को संविधान की प्रस्तावना की शपथ दिलाई गयी और राष्ट्र ध्वज की पट्टियां प्रदान की गयी। शब्द गायन से कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की गयी । संगोष्ठी के पहले तकनीकी सत्र में श्रीलंका से आई विशिष्ट अतिथि श्रीमती अतिला कोथलावल ने अपने महत्वपूर्ण एवं ज्ञानवर्धक वक्तव्य दिए। इस सत्र में कु. वर्षा, नालंदा विश्वविद्यालय, सुनिता पंदो, भोपाल सहित कई प्रतिभागियों द्वारा कई शोध प्रपत्र प्रस्तुत किए गये।
पद्मश्री हरमहेंद्र सिंह बेदी ने साहित्य की सामाजिक प्रासंगिकता, पंजाब के हिंदी साहित्य और ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ में सामाजिक- सांस्कृतिक चेतना पर विचार रखे और हिंदी-विभाग के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर सुनील कुमार व हिंदी-विभाग की इस खूबसूरत आयोजन के लिए भूरी-भूरी प्रशंसा की। इस अवसर पर हिंदी विभाग के अध्यापकों डॉ. सपना शर्मा, डॉ. लवलीन कौर और श्रीमती पिंकी शर्मा सहित विभाग के शोधार्थी व विद्यार्थी उपस्थित रहे।
इस सत्र में कु. वर्षा, नालंदा विश्वविद्यालय, सुनिता पंदो, भोपाल सहित कई प्रतिभागियों द्वारा कई शोध प्रपत्र प्रस्तुत किए गये। आर.पी.सोनकर ‘तल्ख महनाजपुरी’ द्वारा रचित ग़ज़ल संग्रह ‘जिंदगी अनुबंध है’ पुस्तक का विमोचन किया गया और इस सत्र में डॉ. सुधांशु कुमार चक्रवर्ती की पुस्तक ‘राजनीति शाला’ और ‘ज्ञान-विज्ञान की पाठशाला’, पुस्तकों का विमोचन किया गया । नशा विरोधी नाटक ‘आवाज’ का मंचन किया गया। इस नाटक के लेखक व निर्देशक डॉ. सुधांशु कुमार चक्रवर्ती, सुधांशु बाला साहु और सोनम स्मृति स्मिग्धा ने खूबसूरत अभिनय किया। दर्शकों ने नाटक की खूब सराहना की।
लंच के बाद संगोष्ठी के दूसरे तकनीकी सत्र में देश के विभिन्न राज्यों से उपस्थित लगभग 71 शख्सियतों को तीन श्रेणियों -ज्ञान के क्षेत्र में ‘डॉ. अंबेडकर ग्लोबल डायमंड अवार्ड’, साहित्य के क्षेत्र में ‘ग्लोबल डायमंड साहित्य श्री अवार्ड और समाज सेवा, मीडिया तथा शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लाए ‘ग्लोबल डायमंड डिग्निटी अचीवर अवार्ड’ से सर्टिफिकेट व शील्ड आदि देकर सम्मानित किया गया।
अवार्ड प्राप्त करने वालों में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के चांसलर पद्मश्री हरमहेंद्र सिंह बेदी, डी.आर.माडर्न स्कूल, अमृतसर के प्रिंसीपल रविंदर पठानिया, दैनिक जागरण, अमृतसर के चीफ रिपोर्टर विपिन कुमार राणा, समाजहित एक्सप्रेस के सम्पादक रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया (दिल्ली), समाजसेवी डॉ. अशोक निर्वाण (दिल्ली), स्थायी लोक अदालत (पीयूएस) के चेयरमैन नरेश मोदगिल, आर.पी.सोनकर सहित देश के अनेक राज्यों से उपस्थित प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के संयोजक एवं हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर सुनील ने भरपूर सहयोग के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन का आभार जताते हुए सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। गोपाल किरन समाजसेवी संस्था की और से स्मृति चिन्ह नवजीत सिंह, चंचल सुमन, गरिमा सिंह द्वारा प्रदान किए गए। एसोसिएशन ऑफ म्युचल फंडस इन इंडिया का भी सहयोग रहा है।