पुष्कर में कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर सत्संग संपन्न- गुरु ही अंधियारे जीवन में रोशनी प्रदान करते हैं I
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (सुखदेव आरटिया अध्यापक) l गंगा माता मंदिर पुष्कर में अखिल भारतीय रेगर पंचायत समिति पुष्कर के सानिध्य में दिनांक 14 नवंबर 2024 को समाज के आदर्श धर्मगुरु स्वामी श्री 1008 ज्ञान स्वरूप जी महाराज के 129 वें जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष में सत्संग का आयोजन रखा गया।
सत्संग की अध्यक्षता स्वामी संत श्री ओम नारायण जी महाराज आश्रम छोटी खाटू (नागौर) ने की।मुख्य अतिथि भागीरथ जी महाराज आसींद रहे। और विशिष्ट अतिथि संत श्री बन्ना राम जी महाराज कृष्णापुरी किशनगढ़ रहे।
सत्संग का शुभारंभ संत महात्माओं ने रेगर समाज के मार्गदर्शक, समाज सुधारक ज्ञान स्वरूप जी महाराज की तस्वीर के दीप प्रज्वलित कर, पुष्प हार अर्पित करके किया। सर्व प्रथम बना राम जी महाराज ने गणेश वंदना और मंगलाचरण के पांच भजन प्रस्तुत किये।
स्वामी ओम नारायण जी महाराज ने प्रवचन देते हुए कहा कि हमें सद्गुरु के सानिध्य में रहकर अपना आध्यात्मिक जीवन सफल बनाना चाहिए। सच्चा सद्गुरु ही हमारे अंधियारे जीवन में रोशनी प्रदान करता है। और हमें दुर्व्यशनो से दूर रखता है। सद् मार्ग पर चलने का रास्ता बताता है, और हमारा वर्तमान और भविष्य जीवन को सफल बनाता है।
विशिष्ट अतिथि भागीरथ जी महाराज ने स्वामी ज्ञान स्वरूप जी महाराज और आत्माराम जी लक्ष्य द्वारा शिक्षा एवं समाज सुधार हेतु किए गए कार्यों पर प्रकाश डालकर हमें उनके आदर्शों पर चलने के लिए प्रेरित किया। संत रामदयाल जी महाराज आगूचा ने प्रवचन में कहा कि मनुष्य को अपनी कमाई का कुछ हिस्सा सत्संग करने पर खर्च करना चाहिए, जिससे हमें संत महात्माओं का सानिध्य मिल सके। और अपना जीवन सफल बना सके।
संस्थान के अध्यक्ष जितेंद्र जी खेतावत ने आगंतुक अतिथियों और संत महात्माओं का आभार व्यक्त किया, और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए संत महात्माओं से आग्रह किया कि आप जहां भी समाज के बीच में अपनी प्रस्तुति देवे, उस समय शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालें और बच्चों को शिक्षा ग्रहण कराने हेतु प्रेरित करें।
विशिष्ट अतिथि बन्ना लाल जी महाराज ने प्रवचन में बताया कि हमें अपनी आय का कुछ हिस्सा शिक्षा पर और जरूरतमंद व्यक्ति की सहायता करने पर भी खर्च करना चाहिए। जिससे हमारे कमजोर भाई बंधु हमारे स्तर तक पहुंच सके, और अपना जीवन ऊपर उठा सके।
इस अंतराष्ट्रीय स्तर के मेले में ब्रह्मा की पवित्र नगरी पुष्कर में आयोजित गंगा माता मंदिर में आयोजित सत्संग में संपूर्ण भारत से संत महात्माओं ने पधार कर सत्संग से श्रोताओं को लाभान्वित किया। जिसमें संत श्री नाथूराम जी दिलवाड़ी, कैलाश चंद्र जी करकेडी,भादू राम जी मुंडेलाव, भंवर लाल जी गगवाना किशनगढ़, रामदयाल जी आगूचा, लादूराम जी उदलपुरा, हंसराज जी पोटला, गरीबदास जी सरवाड़, अशोक कुमार जी कुचील,कचरू राम जी सलेमाबाद,हकम दास जी मेड़ता, देवकरण जी किशनगढ़, पांचू राम जी ढाणी पुरोहितान, अशोक कुमार जी कुचील, मांगीलाल जी खांखला, हीरा दास जी पुष्कर, राजसमंद से सुरेश जी, डालूराम जी, पप्पू राम जी, भोली राम जी, नारायण लाल जी, संपत राम जी, सुरेश जी आदि संतों ने समयानुसार गुरु महिमा, सत्संग महिमा, भक्ति महिमा और चेतावनी के भजन, प्रवचन प्रस्तुत किये, और ब्रह्म मुहूर्त में प्रातः आरती करके प्रसाद वितरण किया।
कार्यकारिणी सदस्यों ने संतों का स्वागत तिलक लगाकर, माला पहनकर शाल ओढाकर, श्रीफल और उपहार राशि भेंट कर किया। जिनमें कार्यकारिणी के महामंत्री मदनलाल चौहान अजमेर, कोषाध्यक्ष देवी लाल बाकोलिया पुष्कर, उपाध्यक्ष नोरत मल जाजोरिया रघुनाथपुरा, लक्ष्मण लाल कुरड़िया नारेली, सोहनलाल उदेनिया नांदला, पांचूलाल फुलवारी बबाईचा, हरिश चंद्र बाकोलिया पुष्कर,सुखदेव आरटिया बिजयनगर, लादूराम गोलिया हुरड़ा, देवीलाल नींदरिया शाहपुरा, महावीर कांसोटिया केकड़ी, मोतीलाल दोतानिया नसीराबाद। शिवराम बडारिया रलावता, घनश्याम सुनारीवाल कुचील, प्रेम प्रकाश बाकोलिया पुष्कर, पूरणमल उदय लोहरवाड़ा आदि सदस्यों ने स्वागत सत्कार किया।