रैगर समाज द्वारा लोकदेवता बाबा रामदेव जी महाराज के अवतरण दिवस के पावन पर्व पर सामूहिक भव्य शोभायात्रा निकाली गई.
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के करोल बाग के हृदय स्थल में स्थित बिडन पुरा में भगवान विष्णु के कलयुग अवतारी, जन – मन के आराध्य, लोकदेवता श्री बाबा रामदेव जी महाराज का सबसे प्रतिष्ठित मंदिर परिसर से हर वर्ष की भांति इस वर्ष वीरवार 5 सितम्बर 2024 को रैगर समाज द्वारा लोकदेवता बाबा रामदेव जी महाराज के अवतरण दिवस के पावन उपलक्ष्य पर भव्य झांकियां व ध्वज के साथ में सामूहिक भव्य रथ शोभायात्रा का बड़े धूमधाम से आयोजन किया गया. जिसमें सभी जाति धर्म के लोग बड़ी श्रद्धा से शामिल हुए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बाबा रामदेव जी महाराज का संबंध भले ही राजपरिवार से रहा हो, लेकिन उन्होंने अपना पूरा जीवन लोगों की भलाई और गरीबों की सहायता में ही लगा दिया । बाबा रामदेव ने ही सबसे पहले छुआछूत का विरोध किया था । पोकरण क्षेत्र में भैरव नामक राक्षस का आतंक था । बाबा रामदेव ने उसका वध कर रूणीचा बसाया । बाबा रामदेव शासक भी रहे लेकिन उन्होंने राजा बनकर नहीं अपितु जनसेवक बनकर गरीबों, दलितों, असाध्य रोगग्रस्त रोगियों व जरुरत मंदों की सेवा की । हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक बाबा रामदेव ने अपने अल्प जीवन के तेंतीस वर्षों में वह कार्य कर दिखाया जो सैकडो वर्षों में भी होना सम्भव नहीं था । बाबा रामदेव को 36 कौम के लोग पूजते है, क्योंकि बाबा ने सामजिक समरसता का संदेश विश्व में दिया था ।
भादूडे री दूज रो चंदों करे प्रकाश , रामदेव बण आवसू राखिजो विश्वास ।
श्री रामेदव रक्षा करो, हरो संकट ताप, सुखकर्ता समरथ धणी जपुं निरंतर जाप ।।
वीरवार 5 सितम्बर को अवतरण दिवस के पावन पर्व पर समाज के धर्मप्रेमी श्रद्धांलुजनो का प्रातः से ही बाबा रामदेव जी मंदिर स्थल पर बाबा रामदेव जी की मूर्ति के समक्ष भोग लगाकर मत्था टेकना शुरू कर दिया था. शोभायात्रा के लिये एकत्रिकरण हरध्यान सिंह रोड़ बिडन पुरा पर स्थित श्री बाबा रामदेव मंदिर पर शुरू हुआ l शोभायात्रा के आयोजकों द्वारा बाबा रामदेव जी मंदिर में बाबा की प्रतिमा के समक्ष विधिवत पूजा अर्चना व आरती वंदना कर बाबा रामदेव जी महाराज की प्रतिमा, ज्योति और पगल्या रथ पर विराजमान की गई और यहाँ से झांकियों व बैंड बाजे के साथ विशाल शोभायात्रा आरंभ हुई l
प्रारंभ स्थल पर उपस्थित रैगर समाज के गणमान्य अतिथियों को आयोजको द्वारा राजस्थानी पगड़ी बंधवा कर सम्मान सत्कार किया गया l शोभायात्रा मे वरिष्ठ समाजजन, महिला पुरुष व बच्चे रामदेवजी की झांकियों व बाजे के साथ हजारो की संख्या में शामिल हुए l शोभायात्रा में सभी बैंड-बाजो पर राजस्थानी भाषा शैली व संगीत की संगत पर केवल बाबा रामदेवजी के प्रचलित गीत भजन गाए जा रहे थे, युवाओं की टोलियां नाचते गाते चल रही थीं, सुबह से शाम तक पूरा करोल बाग क्षेत्र रामदेवजी के प्रति श्रद्घा भक्ति से सराबोर रहा l स्थानीय लोगो द्वारा जगह-जगह मंच बनाकर शोभायात्रा मे शामिल नागरिकों व शोभायात्रा की झाँकियों का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया l
बाबा की झांकियां ट्रक-ट्राले, अश्व बग्गीयां आदि पर सजाई गई थीं l कई अश्वों पर समाज के युवा लोग रामदेवजी के स्वरुप में व धर्म ध्वजा लिए सवार थे l बाबा के रथ के साथ श्रृद्धालु जयकारे लगाते चल रहे थे l शोभायात्रा में झांकियों का कारवां इतना लंबा था कि एक स्थान से पूरी शोभायात्रा समारोह को देखने में एक घंटे का समय लगा l
शोभायात्रा का कारवां मंदिर से शुरू होकर देव नगर, रैगर पुरा, बिडन पुरा करोल बाग के विभिन्न प्रमुख मार्गों से होकर आगे बढ़ा l शोभायात्रा में सकल समाज के वरिष्ठजन, महिलाएं, युवा व बच्चे उत्साह से नाचते गाते बाबा रामदेव के भजन कीर्तन गाते चल रहे थे. यात्रा मार्ग में राजनैतिक दलों व रैगर समाज की संस्थाओ सहित अन्य कई संस्थाओं ने मंच बनाकर शोभायात्रा मे शामिल समाज के श्रृद्धालु जनो का पेयजल, चावल, हलुवे खीर पकोड़े इत्यादि की प्रसाद सेवा से स्वागत किया गया l
शोभायात्रा मुख्य मार्गों से होते हुए, श्री बाबा रामदेव जी महाराज के मंदिर परिसर में पहुंची । मंदिर परिसर में पहुंचने के पश्चात सभी श्रद्धालुओं ने विधिवत श्री बाबा रामदेव जी महाराज की आरती वंदना कर, व प्रसादी ग्रहण कर आयोजकों द्वारा श्री बाबा रामदेव जी महाराज की भव्य रथ शोभायात्रा का समापन किया गया ।