गया बालाजी चंबुले को बंगलुरु में “सावित्रीबाई फुले इंटरनेशनल आइडियल टीचर रत्न अवार्ड” से सम्मानित किया गया
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l गोपाल किरण समाजसेवी संस्था, ग्वालियर के तत्वाधान व मुख्य संरक्षक कैलाश चन्द मीणा (IFS) के संरक्षकत्व में शनिवार 28 अक्टूबर 2023 को “महिला सशक्तिकरण और सामाजिक समावेशन में वित्तीय साक्षरता की भूमिका” विषय पर एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार और पुरस्कार कार्यक्रम बंगलुरु के 24 बेन्सन रोड पर स्थित इंडियन सोशल इंस्टिट्यूट में आयोजित किया गया l जिसमे शिक्षा-साहित्य, लेखन व सामाजिक क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु 85 प्रतिभाओ को सम्मानित किया गया और कवियत्री डॉ. वै. कस्तूरी बाई द्वारा लिखित पुस्तक “जीवन तुम क्या हो?” का विमोचन किया गया l
कार्यक्रम में गया बालाजी चंबुले को शिक्षा-साहित्य लेखन में गोपाल किरण समाजसेवी संस्था की ओर से कन्नड़ रंगमंच कलाकार व व्याख्याता श्रीमती प्रेमा नडुविनमनि व शिक्षिका वर्षा क.(सालमिया इंडियन मॉडल स्कूल कुवैत) के कर कमलो द्वारा “सावित्रीबाई फुले इंटरनेशनल आइडियल टीचर रत्न अवार्ड” प्रदान कर सम्मानित किया गया l
गया बालाजी चंबुले निवासी सिकंदराबाद के शिक्षा-साहित्य व लेखन के क्षेत्र में असाधारण योगदान, और समाज को वापस देने के लिए (Pay Back to Society) उनके समर्पण भाव ने उन्हें “सावित्रीबाई फुले इंटरनेशनल आइडियल टीचर रत्न अवार्ड” के लिए एक उपयुक्त प्राप्तकर्ता बना दिया ।
गया बालाजी चंबुले ने सम्मान प्राप्त करने के उपरांत समाजहित एक्सप्रेस न्यूज़ के संपादक रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया को बताया कि मै एक शिक्षिका है और अध्यापन के कार्य में अपना योगदान दे रही हूँ । इस सम्मान के असली हकदार मेरे पति बालाजी चम्बुले है वही मेरे प्रेरणा स्त्रोत रहे है तथा माता अमृतानंदमयी जी को मैं अपना गुरु मानती हूँ ।
गया बालाजी चंबुले के विचारों में माता पिता और अपने पति के साथ कवियत्री महादेवी वर्मा, कबीरदास और हरिवंशराय बच्चन के साहित्य का प्रभाव है । आधुनिक काल की गुरुमाता अमृतानंदमयी के कार्य का भी प्रभाव है । अभी तक शिक्षा-साहित्य व लेखन के क्षेत्र में इनको कई संस्थाओ द्वारा सम्मानित किया जा चुका है l