डॉ भीमराव अंबेडकर सेवा समिति बिन्दायका द्वारा रैगर समाज में व्याप्त रूढ़िवादी कुरीतियों समाप्त करने हेतु प्रस्ताव पारित किए
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l डॉ भीमराव अंबेडकर सेवा समिति बिन्दायका के तत्वावधान में 07-05-2023 रविवार को शाम 6 बजे बाबा रामदेवजी महाराज मंदिर प्रांगण में रैगर समाज बिंदायका में व्याप्त रूढ़िवादी कुरीति मृत्युभोज/नुक्ता/मौसर/गंगा प्रसादी प्रथा को पूर्णतया बन्द करने हेतु आमसभा की बैठक का आयोजन किया गया l
सुधीर जलुथरिया, अध्यक्ष डॉ भीमराव अंबेडकर सेवा समिति बिन्दायका जयपुर ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि राजस्थान मृत्युभोज निवारण अधिनियम 1960 और महानिदेशक पुलिस ,अपराध शाखा राजस्थान जयपुर के आदेश क्रमांक प-15(23)राजकाज-00859/ विधि/ 2020/5901-73,दिनांक 03-07-2020 और डॉ भीमराव अम्बेडकर सेवा समिति बिंदायका के विधान की धारा 3 के बिंदु संख्या (क) की अनुपालना में रैगर समाज बिन्दायका की आमसभा की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें निम्नलिखित बिंदुओ पर विस्तारपूर्वक विचारविमर्श कर सभा उपस्थित सभी समाजबंधुओं द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लेकर प्रस्ताव पारित किए गए :-
1- किसी व्यक्ति विशेष का निधन होने पर केवल ससुराल/पीहर पक्ष का एक ही कपड़ा लिया जाएगा अन्य रिश्तेदारों और गाँव की महिलाओं द्वारा किसी भी प्रकार का कपड़ा नहीं लिया जाएगा।
2- शीशी पूजन/12वें के दिन केवल फूल लेकर जाने वाले को व जिस किसी का जँवाई भाई हो उसके ससुराल/पीहर पक्ष का ,कुल 2 कपड़े ही लिए/दिए जाएंगे।
3- हरिकीर्तन के दिन व छः माही/बरसोती के नाम पर किसी प्रकार का सामुहिक भोज नहीं किया जाएगा।
4- शीशी पूजन/12वें के दिन केवल खास बहन बेटी बुआ भतीजी भानजी व खास साढ़ू को ही निमंत्रण दिया जाएगा।इसमें दूर के रिश्तेदार(आडू का साढ़ू) जैसे मामा ससुर, मौसा ससुर, बुआ सास और हेती व्यवहारी को निमंत्रण नहीं दिया जाएगा।
5- निधन होने वाले व्यक्ति के खास भाई के परिवार ही सामुहिक भोज में शामिल होंगे जिससे सामुहिक भोज 500-1000 आदमियों से घटकर 100 से कम रह जाएगा जिनकी घर पर ही पूड़ी-सब्जी बनाकर व्यवस्था की जाएगी।
6- उपर्युक्त सभी बिन्दुओ की पालना बिंदायका गाँव के साथ ही दूसरे गाँव या रिश्तेदार के जाते समय करनी होगी।
7- शीशी पूजन के दिन रामदेवजी महाराज मंदिर,शिव मंदिर ,प्याऊ और हरिजन को ही शगुन दिया जाएगा।राणा को किसी प्रकार का शगुन/जुआरी नहीं दी जाएगी।
8- शीशी पूजन पर केवल ₹101 ही लिया और दिया जाएगा।
9- अगर कोई भी रैगर समाज बंधु तीये की बैठक या शीशी पूजन के दिन 5 कन्याभोज करके आयोजन करना चाहें तो कर सकता है।
10 – रैगर समाज बिन्दायका के सभी राजकीय सेवा में कार्यरत कर्मचारी-अधिकारियों द्वारा भी स्वयं के परिवारों में उक्त वर्णित बिंदुओ की पालना सुनिश्चित करवाना होगा।
11- तीये बैठक के दिन महिलाओं का सामुहिक स्नान भी बन्द कर अपने अपने घर पर ही करना है।
12-इसके अलावा रैगर समाज बिंदायका में सामाजिक कामकाज जैसे सगाई, लग्न-टीका, जामणा की पहरावणी, भात की पहरावणी, मुकलावा/गौना में स्वयं धणी के साथ जाने-आने वाले रिश्तेदार, भाईबन्ध का कोई कपड़ा नहीं लिया/दिया जाएगा केवल शगुन के तौर पर थाली में ₹100(एक सौ रुपये) लिए/दिए जाएंगे।
13- रैगर समाज बिंदायका में किसी के घर पर लड़के के जन्म व लड़का की शादी पर किन्नर/हिंजड़ा को भेंट स्वरूप केवल ₹1100(ग्यारह सौ रुपये) दिए जायेंगे।
आज मृत्युभोज बन्द करने हेतु की गई आमसभा की बैठक को सफल बनाने के लिए उपस्थित सभी रैगर समाजबंधुओं का साधुवाद, आभार और धन्यवाद।