झालावाड़ जिले के प्रसिद्द कवि व शिक्षक के ब्लाईन्ड मर्डर के आरोपियों की हुई गिरफ्तारी व वारदात का पर्दाफाश
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रामलाल रैगर झालावाड ) l झालावाड़ 07 अप्रेल। जिला पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने बताया कि दिनांक 04.04.2023 को गिरधरपुरा रोड़ इलाका थाना झालरापाटन में घटित सरकारी शिक्षक की हत्या की वारदात का झालरापाटन पुलिस ने पर्दाफाश कर वारदात में शामिल 03 बालकों को डिटेन कर उनके कब्जे से शिक्षक की लूटी हुई बाईक व वारदात में प्रयुक्त हथियार बरामद करने में सफलता प्राप्त की है ।
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दिनांक 04.04.23 को परिवादी कार्तिकेय सेन ने अस्पताल झालावाड़ से रिपोर्ट प्रस्तुत की कि परिवादी के पिता शिवचरण सेन राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गिरधरपुरा झालरापाटन में व्याख्याता पद पर तैनात थे, वह रोज की भांति आज भी स्कूल गये हुए थे, जो बाद में ड्यूटी से वापस घर आ रहे थे कि रास्ते में बगदर खान के पास अज्ञात हमलावरों ने परिवादी के पिता के शरीर पर धारदार हथियारों से ताबड़तोड़ वार कर उनकी निर्मम हत्या कर दी तथा उनकी मोटरसाईकिल भी लूट कर ले गये । उक्त घटना की सूचना उसके पिता के साथी शिक्षक सत्यनारायण द्वारा दी गयी इत्यादि पर घटना के सम्बन्ध में प्रकरण दर्ज कर अज्ञात हमलावरों व मोटरसाईकिल की तलाश के सार्थक प्रयास प्रारम्भ किये गये ।
विशेष टीम का गठन व वारदात का खुलासा-
जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दिन दहाड़े आम रोड़ पर अज्ञात हमलावरों द्वारा कारित की गयी l सरकारी शिक्षक की हत्या की वारदात को गम्भीरता से लिया जाकर वारदात के खुलासे हेतु चिरंजीलाल मीणा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिला झालावाड़ के निर्देशन, बृजमोहन मीणा वृत्ताधिकारी वृत्त झालावाड़ के सुपरविजन से महावीर सिंह पु0नि0 थाना झालरापाटन के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया l घटना स्थल पर डॉग स्कवायड व एफएसएल टीम को बुलाया जाकर साक्ष्य संकलन किया गया । विशेष टीमों द्वारा शिक्षक के साथी अध्यापकों, ग्रामीणों से वारदात के सम्बन्ध में जानकारी जुटाई गयी, संदिग्ध व्यक्तियों से पुछताछ की गयी व आमसूचना संकलन कर वारदात के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण इनपुट प्राप्त किये गये तो पूर्व से शिक्षक के पास ही विद्यालय में अध्ययनरत रह चुके नाबालिग छात्र द्वारा अपने अन्य 2 साथियो के साथ मिलकर वारदात कारित किया जाना जानकारी में आया, जिनकी तालश कर प्रकरण में डिटेन कर मनोवैज्ञनिक तरीके से अनुसंधान किया गया तो उनके द्वारा वारदात कारित किया जाना कबूल किया गया । वारदात में शामिल तीनों विधि से संघर्षरत बालको को डिटेन कर उनकी निशानदेही से शिक्षक की लुटी हुई बाईक व वारदात में प्रयुक्त हथियार चाकू, गुप्ती व हाथ का लोहे का पंच बरामद करने में सफलता प्राप्त की है ।
छात्र को डांटना बना हत्या का कारण
अनुसंधान के दौरान विधि से संघर्षरत बालक ने बताया कि मेरा विद्यालय में पढ़ने वाली एक छात्रा के साथ प्रेम प्रसंग था, इस बात की जानकारी मृतक शिक्षक को हुई तो उन्होंने मुझे विद्यालय की प्रार्थना सभा में खड़ा कर समस्त विद्यार्थियों के सामने डांट फटकार लगा कर विद्यालय में इस प्रकार की हरकते नहीं करने की नसीहत देकर बेईज्जत किया था तथा कुछ समय बाद मेरी विद्यालय से टीसी भी काट दी थी । तब से ही मैंने उक्त शिक्षक से बदला लेने की ठान ली थी, मैं काफी समय से वारदात की फिराक में था परन्तु शिक्षक हमेशा अन्य अध्यापकों के साथ कार में आता जाता था और घटना दिनांक को शिक्षक को शिक्षक के बाईक से आने का मौका देख कर मैने मेरे साथियों के साथ मिलकर शिक्षक को रूकवाया व मौका पाकर उसके सीने में चाकू घोप दिये हमने उसे मरा हुआ समझ कर हम उसकी बाईक लेकर मौके से भाग गये थे l मुझे शिक्षक द्वारा की गई बेइज्जती का बदला लेकर उसे सबक सिखाना था तथा अपराध की दुनिया में स्वयं का वर्चस्व करना था, इसलिए मैंने वारदात को अंजाम दिया था ।