Saturday 19 April 2025 1:38 AM
सामाजिक सशक्तिकरण एवं वित्तीय साक्षरता विषय पर सेमिनार, गरीबी अभिशाप नहीं, बेहतर नियोजन जरुरी – सूर्यकांत शर्माकांस्टेबल कन्हैया लाल रेगर को राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस पर मिला गौरवपूर्ण सम्मानझालावाड़ महिला कांस्टेबल श्रीमति लक्ष्मी वर्मा को मिला गौरवपूर्ण सम्मान, राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस पर हुआ भव्य कार्यक्रम का आयोजनकालीसिंध तापीय विद्युत परियोजना के प्रशासनिक भवन के सभागार कक्ष में  बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के 135 वें जयंती कार्यक्रम सम्पन्नडॉ. भीमराव अम्बेडकर की 134 वीं जन्म जयन्ती समारोह सम्पन्न, विभिन्न चौराहों पर सर्व समाज द्वारा किया गया भव्य स्वागत
Samajhitexpressजयपुरताजा खबरेंनई दिल्लीराजस्थान

आटो ड्राईवर ने ऑटो में रह गए मोबाइल को ईमानदारी का परिचय देते हुए सवारी को लौटाया

दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l  आटो ड्राईवर कवि सुरेन्द्र आज़ाद’झनूण’ के ऑटो में दो लड़कियों को पंचवटी सर्किल राजा पार्क, जयपुर के लिए लेकर गया । उन लड़कियों का पिछली सीट पर एक मोबाइल छुट गया था l फोन पर कॉल आने पर उन्हें बताया कि मोबाइल ऑटो की सीट पर रह गया था l ईमानदारी का परिचय देते हुए आटो ड्राईवर कवि सुरेन्द्र आज़ाद ‘झनूण’ ने उन लड़कियों को मोबाइल वापिस लौटा दिया l

आटो ड्राईवर कवि सुरेन्द्र आज़ाद’झनूण’ ने बताया कि जयपुर में शनिवार 23 दिसम्बर 2023, को मैं मालवीय नगर, जयपुर से रपिड़ो ऑनलाइन बुकिंग ऑटो द्वारा दो लड़कियों को पंचवटी सर्किल राजा पार्क, जयपुर के लिए लेकर गया । गंतव्य आने पर दोनों लड़कियां उतरकर चली गई । मैंने किराया लिया और आगे चल दिया । लगभग एक किलोमीटर जाने पर मेरा ध्यान अचानक पिछली सीट पर गया, तो सीट पर एक मोबाइल दिखाई दिया । मैं उनके कोल का इंतजार करने लगा कि बात हो जाएगी तो मोबाइल दे दूंगा । किन्तु उनका कोल नहीं आया ।

मेरे पास एक बुकिंग और आ गई मैं सवारी छोड़ने चला गया । तकरीबन एक घंटे बाद उस मोबाइल पर एक कोल आया जो उसके रिश्तेदार का था । मैंने उनसे कहा कि यह मोबाइल मेरे ऑटो में छूट गया है । आप उनसे कैसे भी संपर्क करके उन्हें कह देना । उस रिश्तेदार ने उसके साथ वाली लड़की को कोल कर बताया कि इसका मोबाइल ऑटो में छूट गया ।

थोड़ी देर बाद मेरे पास सवारी का कोल आया । उसने मुझे फिर से पंचवटी सर्किल बुलाया । मैंने लगभग तीन किलोमीटर वापस जाकर उसका मोबाइल लोटा दिया । सवारी बड़ी खुश हुई और मुझे धन्यवाद दिया । मोबाइल लौटाकर मुझे भी शुकून मिला ।

कवि सुरेन्द्र आज़ाद’झनूण’ ने बताया कि यह तीसरी बार है जब मैंने मिले हुए मोबाइल जिनके थे उनको लौटाए । मेरी इस ईमानदारी के पीछे गुरुओ और आप सभी द्वारा दी गई सच्ची और नेक सीख है ।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close