प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन द्वारा समर कैंप के माध्यम से किया जायेगा बच्चों के पढ़ने, समझने और बुनियादी अंकगणितीय सुधार
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l छिन्दवाड़ा – हाई/हायरसेकण्ड्री स्कूलों के बच्चों के सहयोग से कक्षा 6वीं के बच्चों को समर कैंप के माध्यम से माह मई से जून के बीच किया जायेगा बुनियादी पढ़ने, समझने और अंक गणितीय सुधार । प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन भोपाल द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी व जिला परियोजना अधिकारी छिन्दवाड़ा के सहयोग से जिला में समर कैंप का आयोजन किया जाएगा, जिससे बच्चो में बुनियादी पढ़ने, समझने और अभिव्ययक्ति सुधार के लिए कार्य किया सके।
कोविड महामारी के बाद स्कूल खुले, सीखने-सिखाने की प्रक्रिया शुरू हुई परन्तु अभी भी काफ़ी बच्चे अपनी कक्षा के अपेक्षित पाठ्यक्रम के स्तर से नीचे हैं । असर (ASER) 2022 के आँकड़ों से पता चलता है कि प्रदेश स्तर पर कक्षा 5 के लगभग 35.6 फीसदी बच्चे ही कक्षा 2 स्तर का पाठ पढ़ सकते हैं। हालाँकि 2018 में यह संख्या 41.6 फीसदी था। साफ़ दिख रहा है कि कक्षा 4-5 या उससे ऊपर की कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों को भी मदद की आवश्यकता है। कक्षा 5 के जो बच्चे इस साल (यानी 2023-24) में उच्च प्राथमिक कक्षाओं में प्रवेश करेंगे, उन्हें और तैयारी की ज़रूरत है।
प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन भोपाल द्वारा प्रदेश में समर कैंप के नाम से एक अभियान चलाया जा रहा है जिसमे गर्मी की छुट्टियों में पाँचवीं से छठी में जाने वाले बच्चों के साथ अच्छी तरह काम किया जा सकता है। उनके बुनियादी पढ़ने और अंकगणितीय कौशल को मज़बूत किया जा सकता ताकि बच्चे कक्षा 6 में तैयारी के साथ पहुँचें। मध्यप्रदेश के हर गाँव से लोगो को इस अभियान में जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। कैम्प के अंत तक सभी बच्चे सरल पाठ को धाराप्रवाह और समझ के साथ पढ़ पाएँ। मौखिक एवं लिखित रूप में अपने विचारों को अभिव्यक्त कर पाएँ। बेसिक गणित की कुछ गतिविधियाँ भी कराई जाएँगी, हालाँकि कैम्प में पढ़ने और उससे संबंधित गतिविधियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
अपने गाँव में कैम्प का संचालन कम से कम दो स्वयंसेवी करेंगे जो उस गाँव के युवा हों जिनमें बच्चों को मदद करने के लिए उत्साह और ऊर्जा हो। कम से कम 10वीं उत्तीर्ण हो और उनके पास स्मार्ट फोन हो या परिवार का फोन इस्तेमाल कर सकते हों । यह अभियान समुदाय, पंचायत, हाई/हायर सेकण्ड्री स्कूल-कॉलेज, विश्वविद्यालय, नागरिक संगठनों के माध्यम व सहयोग से राज्य के हर गाँव तक पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है l अभियान के लिए कुल छह सप्ताह का समय है: पहला सप्ताह वार्म-अप और मूल्यांकन के लिए होगा। अगले चार सप्ताह में प्रत्येक दिन स्वयंसेवक और बच्चे एक-डेढ़ घंटा सीखने-सिखाने की गतिविधियाँ करेंगे। अंतिम यानी छठे सप्ताह में इस अभियान की समाप्ति के समय गाँव में उत्सव मनाया जाएगा।
यह अभियान अधिकांश क्षेत्रों में मई 2023 के मध्य में शुरू होगा। प्रथम संस्था के छिन्दवाड़ा जिला संयोजक प्रान्जुल तिवारी बताते है कि कैम्प के दौरान हमारा खास फोकस बच्चों के पढ़ने, समझने और उनकी अभिव्ययक्ति पर होगा। बुनियादी गणित की गतिविधियाँ भी इसमें शामिल होंगी। इस समर कैम्प अभियान में विभिन्न प्रकार की रोचक, आकर्षक और सहायक गतिविधियाँ हैं जिसमें खेल, कहानी सुनाना और डिक्शनरी/पिक्शनरी बनाना आदि शामिल हैं।बच्चों की प्रगति को जाँचना ज़रूरी है। अभियान के दौरान स्वयंसेवक दो बार बच्चों का मूल्यांकन करेंगे। कैम्प की शुरुआत में बेसलाइन और कैम्प के अंत में एंडलाइन जाँच की जाएगी । मूल्यांकन करने का तरीक़ा सरल होगा। वे स्वयंसेवक जो अभियान का हिस्सा होंगे, उन्हें “शिक्षा-के-बदले-शिक्षा” कार्यक्रम से जोड़ा जाएगा। डिजिटल रेडिनेस कोर्स और प्राथमिक उपचार (First Aid) कोर्स के माध्यम से उन्हें कुछ नए कौशल सीखने का अवसर मिलेगा। ये दोनों कोर्स डिजिटल माध्यम से पहुँचाए जाएँगे ।