रैगर समाज में युवा कर रहे है बदलाव की शुरुआत : बिना दहेज सादगीपूर्ण शादी कर पेश की अनुकरणीय मिसाल

दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l रैगर समाज में जहां दहेज प्रथा का प्रचलन लंबे समय से चला आ रहा है, लेकिन समाज सुधारको द्वारा इस कुप्रथा को समाप्त करने का निरंतर प्रयास किया गया, जिसका परिणाम आज युवाओ में दिख रहा है। समाज के जागरूक युवा अब सादगीपूर्ण शादी के जरिए समाज को एक नई दिशा देने का कार्य कर रहे है। उन युवाओ की इस पहल की पूरे समाज में भूरी भूरी सराहना हो रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक गांव–केशोपुरा में शुक्रवार दिनांक 18अप्रैल 2025 को अमन जाजोरिया पुत्र श्री सुरेश चन्द जाजोरिया का विवाह बादयावाला निवासी गरिमा निर्मल पुत्री स्व. श्री गिर्राज जी निर्मल के साथ बिना दहेज़ के सम्पन्न हुआ। अमन जाजोरिया ने दहेज प्रथा को एक सामाजिक बुराई बताते हुए दहेज लेने से इनकार कर दिया और ₹1 नारियल लेकर शादी की रस्म निभाई। शादी में मौजूद सभी लोगों ने दोनों पक्षों के लोगो के इस फैसले की सराहना की और नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया।
समाज के वरिष्ठ सदस्यों ने इस शादी को एक आदर्श मानते हुए इसे दहेज मुक्त विवाह की ओर बढ़ते समाज का ऐतिहासिक कदम बताया। युवाओं ने कहा कि जब शिक्षित लोग दहेज रूपी इस कुप्रथा के बदलाव की शुरुआत करेंगे, तभी समाज आगे बढ़ेगा।
जाजोरिया परिवार और निर्मल परिवार की इस पहल ने साबित कर दिया कि विवाह संस्कार केवल सादगी और सम्मान के साथ भी किया जा सकता है। समाज के लोग अब इस दहेज मुक्त शादी की मिसाल को आगे बढ़ाने की उम्मीद कर रहे हैं।