सामाजिक संस्था द्वारा “रिश्ते ही रिश्ते” के माध्यम से सुयोग्य वर-वधु ढूंढने की समस्या का समाधान
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l आदर्श बीडनपुरा रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन (पंजी) की टीम के द्वारा विवाह हेतु सुयोग्य युवक-युवतियों का पंजीकरण कर समाजसेवा का सराहनीय कार्य कर रही है l “रिश्ते ही रिश्ते” के माध्यम से समाज के कई युवक-युवतियों की खुशहाल शादियाँ हुईं है और होती रहेंगी । यहाँ टीम के सदस्यों द्वारा पंजीकृत लोगो के लिए ही सुयोग्य वर-वधु के वैवाहिक रिश्ते ढूंढने में मददगार साबित होते है l
दसको पहले समाज में संयुक्त परिवार हुआ करता था और बेटे बेटियों के रिश्ते ढूंढने के लिए परिवार में से ही तीसरे व्यक्ति को माध्यम बनाया जाता था l आजकल की मुख्य समस्या है कि कोई भी व्यक्ति किसी के बीच में नहीं पड़ना चाहता, कि कल को कहीं कोई ऊंच नीच हो गयी तो अपने व्यक्तिगत संबंध भी खराब हो जाएंगे, और ऊपर से अधिक अपेक्षाएं भी बड़ी दोषी हैं l
दूसरा कारण आजकल समाज में एकल परिवार होने के कारण ज्यादातर परिवारों में निकटतम रिश्तेदारों से काफी मनमुटाव होने के कारण वे एक-दूसरे से बात ही नहीं करते और अपने बच्चो का रिश्ता फिर इन सामाजिक संस्थाओ द्वारा तय करना समय की आवश्यकता होती है, इसमे भी कोई बुराई नहीं है l
आदर्श बीडनपुरा रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन (पंजी) अपने सामाजिक दायित्व को निभाते हुए दिल्ली मे रैगर समाज के बेटे बेटियों के वैवाहिक रिश्ते ढूंढने के कार्य मे पिछले 8-10 सालो से निरन्तर समाजसेवा कर रही है l इनके माध्यम से रैगर समाज व सर्वसमाज के सेकडो रिश्ते हर वर्ष तय हो रहे हैं l यहां सामाजिक लोगो द्वारा दी गई वर-वधुओ की प्रोफाइल मौजूद होती है l यह आपके रिश्ते ढूंढने का एक केवल माध्यम है l संस्था के प्रधान समाजसेवी डालचन्द जाजोरिया जी व उनकी टीम के सभी सदस्य रिश्ते खोजने मे आपकी भरपूर मदद करते है, व कोई सुयोग्य रिश्ता आने पर आपको फोन पर सूचित भी करते है । श्री बाबा रामदेव मन्दिर, के परिसर के बाहर हरध्यान सिह रोड पर इनका समय रोजाना सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक होता है ।
प्रधान समाजसेवी डालचन्द जाजोरिया ने समाजहित एक्सप्रेस के रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया को बताया कि आज हमारे समाज में युवाओ ने उच्च शिक्षा हासिल की है और विभिन सरकारी और प्राइवेट विभागों में उच्च पद पर आसीन भी हुए है जो समाज के लिए अच्छी बात है l परन्तु जब युवक युवतियों की धीरे धीरे उम्र बढ़ने लगती है और सामाजिक रिश्तो को ढूंढने में कठिनाई होती है तो उनकी शादियाँ अन्य समाज में करनी पड़ती है l युवक युवतियों के उच्च शिक्षित होने का लाभ समाज को नहीं मिलता, बल्कि सामाजिक नुकसान होता है l इसलिए हमारी संस्था ने “रिश्ते ही रिश्ते” नाम से विवाह योग्य युवक-युवतियों का पंजीकरण करते है और उनकी योग्यता अनुसार रिश्ता बताया जाता है पसंद करना आवेदनकर्ता पर निर्भर होता है l
रिश्तो के लिए सर्वप्रथम आपको निर्धारित फॉर्म भरकर अपनी निजी जानकारियां देनी पड़ती है और नाममात्र का निर्धारित 101/- रूपये का शुल्क जमा करवाना होता है l पंजीकरण के उपरांत टीम के सदस्यों द्वारा पंजीकृत लोगो के लिए ही सुयोग्य वर-वधु के वैवाहिक रिश्ते ढूंढने में मददगार साबित होते है l