कालीसिंध तापीय विद्युत परियोजना के प्रशासनिक भवन के सभागार कक्ष में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के 135 वें जयंती कार्यक्रम सम्पन्न

दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (पत्रकार रामलाल रैगर) l कालीसिंध तापीय विद्युत परियोजना के प्रशासनिक भवन के सभागार कक्ष में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के 135 वें जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह कार्यक्रम सभी की सहभागिता से सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ!
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमति शशि गजराना मैडम ने बाबा साहेब के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सभी को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बारे में पढ़ना चाहिए और उनके संघर्ष के बारे में जानना चाहिए, ताकि हमें पता चल सके कि इतनी यातनाओं और संघर्ष के बावजूद उन्होंने दलितों बहुजनों, शोषित वंचित वर्ग के और महिलाओं के लिए आजीवन संघर्ष किया l
उन्होंने बताया कि बाबा साहब ने अपनी शिक्षा के माध्यम ये सिद्ध करके दिखाया कि शिक्षा ही वो शेरनी का दूध है जो उसको जितना पियेगा उतना ही दहाड़ेगा l
मैडम ने आगे बताया कि उनके संघर्ष के कारण ही हिंदू कोड बिल पारित हुआ और समाज में महिलाओं को भी बराबर अधिकार और सम्मान मिला l
आगे श्रीमती शशि गजराना सचिव,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अपर जिला एवं सैशन न्यायाधीश
झालावाड़ ने न्यायिक सेवा के बारे में उपस्थिति जनमानस को जागरूक करते हुए ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव के रूप में प्राधिकरण के विभिन्न कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी यथा मुफ़्त क़ानूनी सलाह , एवं मुकदमा-पूर्व प्रक्रिया के साथ साथ आपसी समझाईस और बातचीत से विवादों के निस्तारण के संबंध में बताया एवं बाल विवाह निषेध अधिनियम , मोटर वाहन अधिनियम के प्रावधानों , पीड़ित मुआवज़ा अधिनियम , राज्य सरकार की पीड़ित प्रतिकर योजना सहित अन्य क़ानूनी प्रावधानों के बारे में जानकारी दी अंत में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी के विचारों को अपने जीवन में उतारने के लिए कहा l
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित कृष्ण सिंह हाड़ा जी , जो ख़ुद एक संविधान प्रेमी बहुजन चिंतक और इतिहाकार के रूप में जाने जाते हैं, ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी की जीवनी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बाबा साहब को एक समाज एक वर्ग विशेष के लोगों के उद्धार करने वाले के रूप में जानना उनकी बहुमुखी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं है l
बाबा साहेब ने देश के सभी वर्गों के लिए कार्य किया लेकिन देश के कुछ लोगों के द्वारा बाबा साहेब को एक वर्ग विशेष के लोगों के उद्धारक के रूप में जान बुझकर प्रचारित किया गया था लेकिन धीरे धीरे अब लोगों में जागरूकता आ रही है और लोग बाबा साहेब के बारे में पढ़ रहें है , उनके बहुमुखी चरित्र के नए नए आयामों से रूबरू हो रहे हैं l
बाबा साहेब सम्पूर्ण मानव जाति के उद्धारक हैं l
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए कालीसिंध तापीय परियोजना की मुख्य अभियंता श्रीमती संगीता श्रृंगी ने बाबा साहेब के जीवन के दो अन्य पहलुओं के बारे में बताया l
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने अपने जीवन में इतना भेदवाव सहा उसके बावजूद भी वो एक सच्चे देशभक्त थे उन्होंने देश को हमेशा जोड़ना चाहा देश के हर नागरिक के लिए उन्होंने कुछ ना कुछ दिया! उनका देशप्रेम निश्छल्य और निस्वार्थ था l
उन्होंने आगे बताया कि मैं जो आज इस पद पर आसीन हूँ वो बाबा साहेब के संघर्ष के कारण ही संभव हुआ है l बाबा साहेब ने विशेषकर महिलाओं के लिए एक मसीहा के रूप में कार्य किया था l हमें उनके प्रति कृतज्ञ होना चाहिए!
राज्य होटल प्रबंधन संस्थान ,झालरापाटन झालावाड़ के प्राचार्य महेश बैरवा जी ने बाबा साहेब के जीवन संघर्षों के बारे में बताते हुए बोला की शिक्षा के माध्यम ये ही जीवन में सबसे बड़ा मुकाम हासिल कर सकते हैं इसलिए चाहे एक रोटी कम खाओ लेकिन अपने बच्चों की अच्छी और गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा ज़रूर दिलानी चाहिए l उन्होंने उनके कॉलेज से संबंधित पाठक्रमों के बारे में जानकारी साझा करी l
कार्यक्रम में भारतीय बौद्ध महासभा के धनीराम समर्थ जी ने बताया कि आज जो हम लोग खुली हवा में जी रहें हैं उसके लिए बाबा साहब ने बहुत संघर्ष किया था हमें उनके संघर्षों को जीवन में आत्मसात करते हुए उनके विचारो को आगे बढ़ाना होगा साथ ही उन्होंने बताया की बाबा साहेब ऐसे धर्म को मानते थे l “जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाता हो.“ उन्होंने बौद्ध धर्म को इसलिए अपनाया क्योंकि इसमें इन सिद्धांतों का समन्वय था l
कार्यक्रम में आवासीय परिसर में रहने वाली छात्रा सपना सैनी पुत्री श्री भैरू राम सैनी ने बाबा साहेब के जीवन संघर्ष के ऊपर शानदार उद्बोधन दिया जिसके लिए सभी दर्शकों ने उनका उत्साह वर्धन किया l
श्रीमती अनीता शर्मा पत्नी नीरज शर्मा ने भी बाबा साहेब के विचारों के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करते हुए उन्हें महिलाओं का मुक्तिदाता बताते हुए उनके जीवन पर आधारित एक भाषण दिया, जिससे उपस्थिति सभी लोगों को प्रेरित किया l कार्यक्रम में महिलाओं और बच्चों ने अनेक प्रकार से सहभागिता निभाई और अनेक प्रस्तुति दी l
कार्यक्रम का सफल मंच संचालन कुमारी पूजा वर्मा और वर्षा अटवाल द्वारा किया गया l
अंत में अधिक्षण अभियंता राजेश कुमार छावल जी ने कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों और सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, ठेका श्रमिकों, सुरक्षा कर्मियों और आस पास के परियोजना से प्रभावित गांवों के ग्रामीणों के साथ ही आवासीय परिसर में रहने वाले और कार्यक्रम में पधारे सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की l