प्रिया सिंह मेघवाल ने थाईलैंड में आयोजित 39वीं बॉडी बिल्डर्स प्रतियोगिता में गोल्ड मैडल जीतकर इतिहास रचा
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l राजस्थान के डूंगरगढ(बीकानेर) की निवासी प्रिया सिंह मेघवाल ने थाईलैंड में आयोजित 39वीं बॉडी बिल्डर्स प्रतियोगिता में गोल्ड मैडल जीतकर भारत का नाम रोशन किया तथा राजस्थान की प्रथम बॉडी बिल्डर महिला का खिताब भी अपने नाम किया l इससे पहले प्रिया सिंह वर्ष 2018, 2019 व 2020 में मिस राजस्थान भी रही है ।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक 16 से 18 दिसंबर तक थाईलैंड के पटाया में इंटरनेशनल लेवल का बॉडी बिल्डर्स का टूर्नामेंट हुआ था । इसमें प्रिया सिंह ने गोल्ड जीता था । सोशल मीडिया पर बधाईयों का ढेर लग गया । उनको और समाज को उम्मीद थी कि जब भारत और राजस्थान का मान बढाने के बाद बेटी वापस लौटेगी तो उसका तगड़ा स्वागत किया जाएगा । लेकिन पहली महिला बॉडी बिल्डर प्रिया सिंह के थाईलैंड में गोल्ड मेडल जीतने के बावजूद जयपुर एयरपोर्ट पर उतरने के बाद परिवार और चुनिंदा दोस्त ही उन्हें लेने आए । उन्होनें ही स्वागत किया । सरकार का या कोई भी पार्टी का कोई नेता या नुमाइंदा नहीं आया ।
राजस्थान की पहली महिला बॉडी बिल्डर प्रिया सिंह ने कहा- मैं घूंघट से निकल कर एक बॉडी बिल्डर हूं, मेरा बहुत डिफरेंट गेम है । थाईलैंड में गोल्ड मेडल जीतकर मैं दुनिया में भारत का नाम रोशन करके लौटी हूँ लेकिन मेरी जाति को लेकर सरकार ने अब तक मुझे कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया ।
दलित नेता चंद्रशेखर आजाद ने महिला बॉडी बिल्डर प्रिया सिंह के घर पहुंच कर उन्हें सम्मान प्रदान किया । राजस्थान की रहने वाली महिला बॉडी बिल्डर प्रिया सिंह दलित समाज से आती हैं । उन्होंने समाज की बंदिशों को तोड़कर महिला बॉडी बिल्डर में देश का नाम रोशन किया है । इससे हर समाज के लोग खुश नजर आ रहे हैं । दलित नेता चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि राजस्थान की प्रथम महिला बॉडीबिल्डर प्रिया सिंह ने गोल्ड जीतकर भारत का नाम रोशन किया लेकिन सरकार की ओर से इस प्रतिभा को कोई सम्मान नहीं दिया गया । यह शर्मनाक है । उन्होंने केंद्र और राज्य की सरकार से महिला बॉडी बिल्डर प्रिया सिंह को सम्मानित किए जाने की मांग किया है ।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मूल रूप से राजस्थान के बीकानेर की रहने वाली प्रिया सिंह की शादी 8 साल की उम्र में कर दी गयी थी । वह भी आम राजस्थानी महिलाओं की तरह परम्परा निभाते हुए साड़ी और घूंघट में ही रहती थी, शादी के बाद 2 बच्चे होने के बाद प्रिया की असली जिंदगी शुरू हुई । सामाजिक और पारिवारिक स्तर पर संघर्ष के दौर से गुजरीं और अपने गांव से जयपुर आकर रहीं l एक समय प्रिया सिंह ने घर की आर्थिक तंगी को देखते हुए काम करने का फैसला किया । इसके बाद उन्होंने जिम में नौकरी के लिए अप्लाई किया । जहां प्रिया सिंह की पर्सनैलिटी के चलते उनको नौकरी मिल गयी । इसके बाद दूसरो को देख प्रिया ने जिम में ट्रेनिंग ली और राजस्थान की पहली सफल महिला बॉडी बिल्डर बनी ।
चैंपियनशिप की तैयारी के दौरान समाज की मर्यादा का ख्याल आते ही सोचने लगी कि चैंपियनशिप की तैयारी करूं या फिर बॉडी-बिल्डिंग छोड़ दूं? तब मैंने घरवालों को स्पोट्र्स ब्रा, शॉट्र्स और बिकिनी दिखाई l घरवालो ने मुझे चैंपियनशिप की तैयारी करने और बॉडी-बिल्डिंग दोनों करने के लिए कहा था । मेरी बॉडी-बिल्डिंग में करियर बनाने की चाहत ने मेरी ड्रेसिंग स्टाइल को बदल दिया । जिसमें उनकी बेटी और पति हमेशा उनका सपोर्ट करते हैं ।